Also Read
सर्दियों में हार्ट अटैक से मरने वाले लोगों में हाई बीपी अधिक आ रहा मौत का आंकड़ा 20% बढ़ा।
जैसे कि सर्दियों का मौसम हाइपरटेंशन के मरीजों के लिए खतरनाक साबित हो रहा है।
जहां तक के तापमान में गिरावट हुई है उसे लोगों में हार्ट संबंधित परेशानी बढ़ गई है।
अस्पतालों में बहुत सारे कैसे बढ़ गए हैं वही sudden deth अधिक हो रही है अचानक हो रही डेथ बहुत ज्यादा हो रही है अस्पताल पहुंचने से पहले ही डेथ हो रही है ।और इस वजह से वह रिकॉर्ड में भी नहीं चढ़ पा रही है लेकिन डॉक्टर के अनुसार रोज दो से तीन डेथ जरूर हो रही है ।
साथ ही सर्दियों में तापमान में हर एक डिग्री की कमी हार्ट अटैक खतरा 2% तक बढ़ा दे रही है गर्मियों की तुलना में सर्दियों में हृदय रोग से जुड़ी मौत में 20 से 25% तक का इजाफा जरूर हुआ है।
टेंशन लेने वाले मरीजों के लिए स्थिति बहुत ज्यादा गंभीर है।
हाइपरटेंशन लेने वाले मरीजों के लिए रात में तापमान कम होने के कारण रक्त वाहिका सिकुड़ जाती है जिससे रक्त प्रवाह में रुकावट होती है हाइपरटेंशन के मरीजों के लिए यह स्थिति और भी घातक हो जाती है। क्योंकि उनके रक्तचाप का स्तर सोते वक्त भी सामान्य नहीं होता रात 12:00 बजे से सुबह 6:00 बजे के बीच तापमान में अधिक गिरावट के कारण ब्लड क्लोटिंग की संभावना बढ़ जाती है यह क्लॉटिंग अचानक ब्लॉकेज का कारण बनती है।
इससे हार्ट अटैक खतरा पड़ जाता है सोते समय कम हार्ट रेट और बीपी आमतौर पर हृदय के लिए फायदेमंद होता है लेकिन हाइपरटेंशन के मरीजों में बीपी नियंत्रित न रहने के कारण यह प्रक्रिया उल्टी हो जाती।
प्रदेश में प्रदेश में ही पर प्रदेश में हाइपरटेंशन के मरीजों का डाटा
राजस्थान में 22% लोग हाइपरटेंशन से ग्रसित है शहरी क्षेत्र में यह समस्या अधिक गंभीर है यहां पर 26 प्रतिशत लोग इस रोग से प्रभावित है जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में यह आंकड़ा 18% है सर्दियों में इन्हें हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक कटरा अधिक बढ़ जाता है।
Reference by Expert पैनल
Dr smशर्मा सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट एसएमएस hospital डॉ राहुल सिंघल सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट फॉर्टिस हॉस्पिटल
एक टिप्पणी भेजें